हिन्दी साहित्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for हिन्दी साहित्य - Download Free PDF
Last updated on Jul 10, 2025
Latest हिन्दी साहित्य MCQ Objective Questions
हिन्दी साहित्य Question 1:
'पंच परमेश्वर' कहानी के लेखक कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 1 Detailed Solution
'पंच परमेश्वर' कहानी के लेखक कौन हैं - 'प्रेमचंद'
- ‘पंच परमेश्वर‘ प्रेमचन्द की लिखी कहानी है। यह उनकी पहली कहानी है, जो 1916 में लिखी गयी थी।
- यह कहानी जुम्मन शेख़, अलगू चौधरी और जुम्मन शेख़ की मौसी के बीच हुए मतभेदों के इर्द-गिर्द घूमती है।
Key Pointsप्रेमचंद की कहानी संग्रह:-
- अपनी करनी
- आखिरी मंजिल
- दो बैलों की कथा
- इज्जत का खून
- ईदगाह
- ईश्वरीय न्याय
- एक आँच की कसर
- स्वर्ग की देवी
Additional Informationजयशंकर प्रसाद की कहानी संग्रह:-
- प्रतिध्वनि
- छाया
- आकाशदीप
- आँधी तथा इन्द्रजाल
सुदर्शन की कहानी संग्रह:-
- सन्यासी
- अँधेरी दुनिया
- बात अठन्नी की
जैनेंद्र की कहानी संग्रह:-
- फाँसी (1929)
- वातायन (1930)
- नीलम देश की राजकन्या (1933)
- एक रात (1934)
- दो चिड़ियाँ (1935)
- पाजेब (1942)
- जयसंधि (1949)
हिन्दी साहित्य Question 2:
'चाँद का मुँह टेढ़ा है' कविता संग्रह के कवि कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर विकल्प 1 गजानंद माधव मुक्तिबोध है।
Key Points
- 'चाँद का मुँह टेढ़ा' गजानंद माधव मुक्तिबोध द्वारा रचित लम्बी कविता है।
अन्य विकल्प -
रचनाकार | परिचय | प्रमुख रचनाएँ |
भरतभूषण अग्रवाल |
भारतभूषण अग्रवाल छायावादोत्तर हिंदी कविता के एक सशक्त हस्ताक्षर हैं। वे अज्ञेय द्वारा संपादित तारसप्तक के महत्वपूर्ण कवि हैं। डॉ॰ भारतभूषण अग्रवाल 1960 में साहित्य अकादमी के उपसचिव बने और अकादेमी के प्रकाशनों तथा कार्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करने में अपना योगदान दिया। |
छवि के बंधन, जागते रहो, ओ अप्रस्तुत मन, अनुपस्थित लोग, मुक्तिमार्ग, एक उठा हुआ हाथ आदि। |
प्रभाकर माचवे |
डॉ प्रभाकर माचवे (1917 - 1991) हिन्दी के साहित्यकार थे। उनका जन्म ग्वालियर में हुआ एवं शिक्षा इंदौर में हुई। इन्हें 'सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार' तथा उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का सम्मान प्राप्त हुआ है। |
'स्वप्न भंग, 'अनुक्षण, 'तेल की पकौडियां तथा 'विश्वकर्मा आदि। |
सच्चिदानंद वात्सायन |
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' (7 मार्च, 1911 - 4 अप्रैल, 1987) को कवि, शैलीकार, कथा-साहित्य को एक महत्त्वपूर्ण मोड़ देने वाले कथाकार, ललित-निबन्धकार, सम्पादक और अध्यापक के रूप में जाना जाता है। अनेक जापानी हाइकु कविताओं को अज्ञेय ने अनूदित किया। बहुआयामी व्यक्तित्व के एकान्तमुखी प्रखर कवि होने के साथ-साथ वे एक अच्छे फोटोग्राफर और सत्यान्वेषी पर्यटक भी थे। |
भग्नदूत 1933, चिन्ता 1942, इत्यलम्1946, हरी घास पर क्षण भर 1949, बावरा अहेरी 1954, इन्द्रधनुष रौंदे हुये ये 1957, अरी ओ करुणा प्रभामय 1959, आँगन के पार द्वार 1961, कितनी नावों में कितनी बार (1967), क्योंकि मैं उसे जानता हूँ, शेखर एक जीवनी आदि। |
Additional Information
गजानन माधव 'मुक्तिबोध का परिचय -
- गजानन माधव 'मुक्तिबोध' (जन्म: 13 नवंबर, 1917 - मृत्यु: 11 सितंबर, 1964) की प्रसिद्धि प्रगतिशील कवि के रूप में है।
- मुक्तिबोध हिन्दी साहित्य की स्वातंत्र्योत्तर प्रगतिशील काव्यधारा के शीर्ष व्यक्तित्व थे।
- हिन्दी साहित्य में सर्वाधिक चर्चा के केन्द्र में रहने वाले मुक्तिबोध कहानीकार भी थे और समीक्षक भी।
- उन्हें प्रगतिशील कविता और नयी कविता के बीच का एक सेतु भी माना जाता है। मुक्तिबोध मूलत: कवि हैं। उनकी आलोचना उनके कवि व्यक्तित्व से ही नि:सृत और परिभाषित है। वही उसकी शक्ति और सीमा है।
- पहली बार वह व्यवस्थित रूप में ‘अज्ञेय’ द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ में अपनी कविताओं के साथ उपस्थित हुए।
- यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था कि उनके जीवनकाल में उनकी कविता की कोई किताब नहीं प्रकाशित हो पाई। उनके जीवित रहते उनकी सिर्फ़ एक किताब छपी, यह थी ‘एक साहित्यिक की डायरी।’
- रचनाएँ - अंधरे में, विपत्र, शून्य, मेरे लोग, काठ का सपना, एक अंत: कथा आदि
हिन्दी साहित्य Question 3:
कौन सी रचना सुमित्रानंदन पंत की है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 3 Detailed Solution
दिए गए सभी विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘गुंजन’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर होंगे।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में ‘गुंजन’ रचना सुमित्रानंदन पंत की।
- सुमित्रानंदन पंत जी हिन्दी साहित्य के छात्रावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक थे।
- सुमित्रानंदन पंत जी को हिन्दी साहित्य का ‘वर्डस्वर्थ’ भी कहा गया।
- उनकी महत्वपूर्ण रचनाओं में उच्छ्वास, ज्योत्सना, पल्लव, स्वर्णधूलि, वीणा, युगांत, गुंजन, ग्रंथि, मेघनाद वध (कविता संग्रह), ग्राम्या, मानसी, हार (उपन्यास), युगवाणी, स्वर्णकिरण, युगांतर, काला और बूढ़ा चाँद, अतिमा, उत्तरा, लोकायतन, मुक्ति यज्ञ, अवगुंठित, युग पथ, सत्यकाम, शिल्पी, सौवर्ण, चिदम्बरा, पतझड़, रजतशिखर, तारापथ, आदि शामिल हैं।
अन्य विकल्प:
- अनामिका – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
- पंचवटी – मैथिलीशरण गुप्त
- नीरजा – महादेवी वर्मा
Additional Information
रचनाकार |
रचनाएँ |
सूर्यकांत त्रिपाठी |
परिमल, गीतिका, कुकुरमुत्ता, अणिमा, राम की शक्ति पूजा, सरोज-स्मृति, बेला, आराधना आदि। |
मैथिलीशरण गुप्त |
साकेत, भारत-भारती, यशोधरा, द्वापर, जयद्रथ-वध, गीत, नहुष आदि। |
महादेवी वर्मा |
नीहार, यामा, रश्मि, सप्तपर्णा, सांध्यगीत, दीपशिखा आदि। |
हिन्दी साहित्य Question 4:
'उर्वशी' किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 4 Detailed Solution
'उर्वशी' रामधारी सिंह 'दिनकर' की रचना है।
स्पष्टीकरण:
दिनकर की भाषा में हमेशा एक प्रत्यक्षता और सादगी दिखी है, परन्तु उर्वशी में भाषा की सादगी अलंकृति और आभिजात्य की चमक पहन कर आयी है-शायद यह इस कृति को वस्तु की माँग रही हो। |
अन्य विकल्प:
जय शंकर प्रसाद |
कामायनी,कंकाल,तितली,लहर आदि। |
महादेवी वर्मा |
निहार, नीरजा,रश्मि, दीपशिखा, अग्निरेखा आदि। |
सुमित्रा नंदन 'पंत' |
वीणा', 'ग्रन्थि', ' |
विशेष:
- रामधारी सिंह 'दिनकर' हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक, कवि एवं निबंधकार थे।
- उर्वशी के लिये उन्हें "भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार" प्राप्त हुुआ।
हिन्दी साहित्य Question 5:
रानी केतकी की कहानी के रचनाकार कौन थे?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 5 Detailed Solution
रानी केतकी की कहानी के रचनाकार इंशा अल्ला खाँ थे। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 3 इंशा अल्ला खाँ होगा ।
Additional Information
रचनाकार |
रचना |
लल्लूलाल |
'सिंहासन बत्तीसी', 'शंकुतला', 'माधवानल', 'प्रेम सागर' |
सदा सुख लाल |
मुतख़बुत्तवारीख |
सदल मिश्र |
नासिकेतोपाख्यान |
Top हिन्दी साहित्य MCQ Objective Questions
“जयद्रथ वध” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
"जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।
- यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
- हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
- मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।
“ब्राम्ही” से किस लिपि की उत्पत्ति हुई है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF‘देवनागरी’ , यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- देवनागरी भारत, नेपाल, तिब्बत और दक्षिण पूर्व एशिया की लिपियों के ब्राह्मी लिपि परिवार का हिस्सा है।
- अत: सही विकल्प 1 'देवनागरी' है।
Additional Information
अन्य विशेष
लिपि |
उत्पत्ति |
खरोष्ठी |
इसे विदेशी उद्गम लिपि यानी अरामाइक और सीरियाई लिपि से विकसित माना जाता है। |
गुरमुखी |
इसमें पंजाबी भाषा लिखी जाती है। इसकी उत्पत्ति सारदा लिपि अथवा देवनागरी दोनों से मानी जाती है। |
कैथी |
कैथी लिपि का उपयोग मद्यकालीन भारत में उत्तर भारत क्षेत्र में किया जाता था। |
“लज्जा” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFतस्लीमा नसरीन, यहाँ सही विकल्प है, अन्य विकल्प असंगत है।
- लज्जा 1993 में प्रकाशित एक बांग्ला उपन्यास है। अत: सही विकल्प 1 तस्लीमा नसरीन है।
Additional Information
अन्य रचनकारों की प्रमुख रचनाएँ-
यशपाल |
झूठा सच, मेरी तेरी उसकी बात, दादा कॉमरेड, फूलो का कुर्ता आदि| |
तस्लीमा नसरीन |
लज्जा, अमार मेयबाला आदि| |
कन्हैया लाल |
लोपामुद्रा, लोह मर्शिनी |
जैनेन्द्र कुमार |
परख, सुनीता, त्यागपत्र, कल्याणी आदि। |
इनमें से कौन-सी कृति अज्ञेय की है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFहरी घास पर क्षण भर कृति अज्ञेय की है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 3 हरी घास पर क्षण भर होगा ।
Key Points
रचना |
रचनाकार |
संसद से सड़क तक |
धूमिल |
मछली घर |
सुशील कुमार |
हरी घास पर क्षण भर |
अज्ञेय |
साये में धूप |
दुष्यंत कुमार |
कुण्डलिया छंद किन दो छंदों के योग से बनता है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFकुण्डलिया छंद दोहा-रोला छंदों के योग से बनता है।
- कुंडलियाँ एक विषम मात्रिक छंद होता है।
- यह दोहा-रोला छंदों के योग से बनता है।
- पहले एक दोहा और बाद में दोहा के चौथे चरण से यदि एक रोला रख दिया जाए तो वह कुंडलिया छंद बन जाता है।
उदाहरण -
- रत्नाकर सबके लिए, होता एक समान।
- बुद्धिमान मोती चुने, सीप चुने नादान॥
- सीप चुने नादान,अज्ञ मूंगे पर मरता।
- जिसकी जैसी चाह,इकट्ठा वैसा करता।
- ‘ठकुरेला’ कविराय, सभी खुश इच्छित पाकर।
- हैं मनुष्य के भेद, एक सा है रत्नाकर॥
Additional Information मात्रिक छन्द -
चौपाई |
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रोला |
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हरिगीतिका |
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दोहा |
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सोरठा |
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उल्लाला |
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छप्पय |
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बरवै |
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गीतिका |
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वीर |
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कुण्डलिया |
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जब कोई सरकारी पत्र ज्ञापन या कार्यालय ज्ञापन एक साथ अनेक प्रेषितयों को भेजा जाए उसे क्या कहते है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFजब कोई सरकारी पत्र ज्ञापन या कार्यालय ज्ञापन एक साथ अनेक प्रेषितयों को भेजा जाए उसे 'परिपत्र' कहते हैं।
शेष विकल्प असंगत हैं।
अतः सही विकल्प 'परिपत्र' है।
अन्य विकल्प
परिपत्र या सर्कुलर |
जब कोई सरकारी पत्र या ज्ञापन एक साथ अनेक विभागों, अधिकारियों या कर्मचारियों को भेजा जाता है, तो उसे परिपत्र या गश्तीपत्र भी कहते हैं। इसमें प्रेषक एक ही अधिकारी होता है तथा पाने वाले अनेक होते हैं। |
अधिसूचना (नोटिफिकेशन)
|
राजपत्रित अधिकारियों की नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानांतरण और उनके अवकाश स्वीकृति की सूचनाओं को राजपत्र में प्रकाशित करने के लिए अधिसूचना का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा सरकारी अधिकारियों को अधिकार सौंपने, वापस लेने के लिए नए नियम, उपनियमों व आदेशों को लागू करने के लिए अधिसूचना का प्रयोग किया जाता है। इसमें अन्य आलेख की भाँति संख्या, दिनांक तथा विभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर होते हैं। |
आदेश पत्र |
सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों से संबंधित नियम अथवा सूचना के लिए जो पत्रलिखे जाते हैं कार्यालय आदेश कहलाते हैं। सामान्यतः कार्यालय आदेश का प्रयोग नियुक्ति, पदोन्नति, अवकाश स्वीकृति, स्थानांतरण एवं कार्य संपादन संबंधी नियम आदि के प्रयोग के लिए किया जाता है। इसमें संबोधन और स्वनिर्देश नहीं होता है।
|
अनुस्मारक या स्मरण पत्र |
जो पत्र स्मरण दिलाये उसे अनुस्मारक पत्र कहते हैं। जब भेजे हुए पत्र का कई दिनों तक उत्तर नहीं आता है तब जो पत्र याद दिलाने के लिए भेजा जाता है उसे अनुस्मारक पत्र कहते हैं।
|
हिन्दी भाषा की कितनी उपभाषाएँ हैं ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से "पाँच" हिन्दी भाषा की उपभाषाएँ हैं।
Key Points
- हिंदी भाषा का विकास शौरसेनी, मागधी और अर्धमागधी अपभ्रंशों से पाँच उपभाषाओं-
- पश्चिमी हिंदी, पहाड़ी, राजस्थानी, बिहारी और पूर्वी हिंदी के रूप में हुआ है।
- इन उपभाषाओं से विभिन्न बोलियाँ विकसित हुईं।
Important Pointsबोली -
- एक छोटे क्षेत्र में बोली जानेवाली भाषा बोली कहलाती है। बोली में साहित्य रचना नहीं होती है।
उपभाषा -
- अगर किसी बोली में साहित्य रचना होने लगती है और क्षेत्र का विकास हो जाता है,
- तो वह बोली न रहकर उपभाषा बन जाती है।
भाषा-
- साहित्यकार जब उस भाषा को अपने साहित्य के द्वारा परिनिष्ठित सर्वमान्य रूप प्रदान कर देते हैं,
- तथा उसका और क्षेत्र विस्तार हो जाता है तो वह भाषा कहलाने लगती है।
Additional Information
उपभाषा | बोलियाँ | मुख्य क्षेत्र |
---|---|---|
राजस्थानी | मारवाड़ी(पश्चिमी राजस्थानी),
जयपुरी या ढुँढाड़ी(पूर्वी राजस्थानी), मेवाती (उत्तरी राजस्थानी), मालवी(दक्षिणी राजस्थानी), |
राजस्थान |
पश्चिमी हिन्दी | (आकार बहुला)कौरवी या खड़ी बोली,बाँगरू या हरियाणवी
(ओकार बहुला)ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली |
हरियाणा, उत्तर प्रदेश |
पूर्वी हिन्दी | अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी | मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश |
बिहारी | भोजपुरी, मगही | बिहार, उत्तर प्रदेश |
पहाड़ी | पहाड़ी, कुमाऊँनी, गढ़वाली | उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश |
'भाषा संवर्धिनी सभा' कहाँ स्थापित की गई थी?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर अलीगढ़ है।
- अलीगढ़ में 1877 में भाषा संवर्धिनी सभा बनी।
- 'भाषा संवर्धिनी सभा' के संस्थापक बाबू तोताराम थे।
Key Points
बाबू तोताराम
- इनका जन्म अलीगढ़ के नगला सिंह में 1847 में हुआ।
- हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए 'भारत-बंधु' पत्र निकाला।
- भारतवर्षीय नेशनल एसोसिएशन का गठन किया।
- 1894 में सार्वजनिक पुस्तकालय की नींव डाली जिसका नाम लायल लाइब्रेरी रखा गया।
- इन्होंने 11 ग्रंथों की रचना की।
- 7 दिसंबर 1902 में तोताराम का निधन हो गया।
इनमें से कौन सी गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFअँधा युग गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना नहीं है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 1 " अँधा युग" होगा ।
Key Points
गजानन माधव मुक्तिबोध जी द्वारा रचित रचना:
कविता संग्रह |
चाँद का मुँह टेढ़ा है, भूरी भूरी खाक धूल |
कहानी संग्रह |
काठ का सपना, विपात्र, सतह से उठता आदमी |
आलोचना |
कामायनी : एक पुनर्विचार, नई कविता का आत्मसंघर्ष, नए साहित्य का सौंदर्यशास्त्र |
अन्य विकल्प :
रचना: |
रचनाकार |
अँधा युग |
धर्मवीर भारती |
Additional Information
धर्मवीर भारती द्वारा रचित रचना
कहानी संग्रह |
मुर्दों का गाँव, स्वर्ग और पृथ्वी, चाँद और टूटे हुए लोग, बंद गली का आखिरी मकान, |
काव्य रचनाएं |
ठंडा लोहा, सात गीत वर्ष, कनुप्रिया, सपना अभी भी |
उपन्यास |
गुनाहों का देवता, सूरज का सातवां घोड़ा, ग्यारह सपनों का देश, प्रारंभ व समापन |
निम्नलिखित में से कौन सी भाषा पश्चिमी हिंदी से संबंध रखती है ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी साहित्य Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFनिम्नलिखित में से बाँगरू पश्चिमी हिंदी से संबंधित है।
Key Points
- पश्चिमी हिंदी का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है।
- पश्चिमी हिंदी की बोलियां-ब्रजभाषा,कन्नौजी,बुंदेली,कौरवी/खड़ी बोली,हरियाणवी(जाटू, बाँगरू),दक्खिनी।
- पूर्वी हिंदी का विकास अर्धमागधी से हुआ है।
- पूर्वी हिंदी की बोलियां-अवधि,बघेली,छत्तीसगढ़ी।
Additional Information
- शौरसेनी अपभ्रंश के अंतर्गत राजस्थानी हिंदी,पहाड़ी हिंदी,पश्चिमी हिंदी आती है।
- राजस्थानी हिंदी की बोलियां-मारवाड़ी,मालवी,मेवाती,जयपुरी।
- पहाड़ी हिंदी की बोलियां-कुमाउँनी,गढ़वाली।
- बिहारी हिंदी की बोलियां-भोजपुरी,मगही,मैथिली।